“Thekua Recipe: बिहार-झारखंड की पारंपरिक मिठाई | छठ पूजा स्पेशल”
थेकुआ: बिहार-झारखंड की पारंपरिक मिठास
भारत की हर रसोई अपनी संस्कृति और परंपरा को स्वाद के साथ जोड़ती है। बिहार और झारखंड की बात हो और वहाँ के थेकुआ का ज़िक्र न आए, यह संभव ही नहीं। थेकुआ न सिर्फ़ स्वादिष्ट होता है, बल्कि इसकी खुशबू और कुरकुरापन हर किसी के दिल को भा जाता है। खासकर छठ पूजा के मौके पर तो यह डिश घर-घर में बनती है।
---
थेकुआ क्या है?
थेकुआ एक पारंपरिक मीठा पकवान है, जो गेहूं के आटे, गुड़ (या चीनी), नारियल और घी से बनाया जाता है। इसे तेल में डीप फ्राई किया जाता है, जिससे यह बाहर से कुरकुरा और अंदर से मुलायम हो जाता है।
---
सामग्री (Ingredients)
गेहूं का आटा – 2 कप
गुड़ – 1 कप (पिघला हुआ)
घी – 4 बड़े चम्मच
नारियल बुरादा – ½ कप
इलायची पाउडर – ½ चम्मच
सौंफ – 1 चम्मच
तेल – तलने के लिए
---
बनाने की विधि (Method)
1. सबसे पहले गुड़ को गुनगुने पानी में घोलकर चाशनी जैसी बना लें।
2. एक बड़े बर्तन में आटा, नारियल बुरादा, इलायची पाउडर और सौंफ डालें।
3. अब इसमें घी डालकर अच्छे से मिलाएँ, ताकि आटे में मोयन अच्छे से आ जाए।
4. धीरे-धीरे गुड़ का पानी डालते हुए सख्त आटा गूँध लें।
5. आटे से छोटी-छोटी लोइयां बनाकर हाथ से दबाकर गोल या चपटी आकार दें। (कई लोग लकड़ी की थेकुआ मोल्ड से भी डिज़ाइन बनाते हैं।)
6. अब कढ़ाही में तेल गरम करें और मध्यम आंच पर थेकुआ तलें।
7. जब यह सुनहरा और कुरकुरा हो जाए, तो निकालकर ठंडा करें।
---
स्वाद और महत्व
थेकुआ का स्वाद गुड़ और नारियल की मिठास के साथ अद्भुत होता है। इसे लंबे समय तक बिना खराब हुए रखा जा सकता है, इसलिए यह यात्रा के लिए भी बढ़िया स्नैक है। छठ पूजा में इसे प्रसाद के रूप में खास महत्व दिया जाता है।
---
निष्कर्ष
थेकुआ सिर्फ़ एक डिश नहीं, बल्कि बिहार-झारखंड की संस्कृति और आस्था का प्रतीक है। एक बार इसे घर पर बनाकर देखें, यह आपके चाय के समय की मिठास को दोगुना कर देगा।
---
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें